न्यूज़ डेस्क मैनपुरी – देशभर के कई राज्यों में अपात्र किसानों द्वारा PM Kisan Samman Nidhi Yojana का लाभ लेने के मामले सामने आए हैं। इसके बाद संबंधित राज्य सरकारों ने गलत तरीके से इस स्कीम के तहत लाभ प्राप्त करने वाले किसानों से धन की रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की है। अकेले उत्तर प्रदेश में 7.10 लाख ऐसे लाभार्थियों की पहचान की गई है, जो इस योजना का लाभ उठाने के पात्र नहीं हैं। प्रदेश के कृषि विभाग द्वारा करायी गयी जांच में यह बात सामने आई है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने इस स्कीम को लागू करने के साथ ही ऐसे लोगों की एक सूची भी जारी की थी, जो इस स्कीम का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
ये लोग नहीं उठा सकते हैं इस स्कीम का लाभ
1. संस्थागत कृषक, 2. डॉक्टर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, इंजीनियर एवं आर्किटेक्ट जैसे प्रोफेशनल्स, 3. संवैधानिक पदों पर आसीन वर्तमान या पूर्व सदस्य, 4. लोकसभा या राज्यसभा के वर्तमान या पूर्व सदस्य, 5. राज्य विधान सभा या विधान परिषदों के वर्तमान या पूर्व सदस्य, 6. नगर परिषद के पूर्व या वर्तमान मेयर, जिला पंचायतों के पूर्व या वर्तमान चेयरपर्सन, 7. केंद्र सरकार/ राज्य सरकार और PSUs के वर्तमान या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी (मल्टी टास्किंग स्टाफ / चतुर्थ वर्गीय और ग्रुप डी कर्मचारियों को छोड़कर), 8. 10 हजार रुपये से अधिक की पेंशन अर्जित करने वाले सभी पेंशनर्स (मल्टी टास्किंग स्टाफ / चतुर्थ वर्गीय और ग्रुप डी कर्मचारियों को छोड़कर), 9. आप अगर दूसरे की जमीन किराए पर लेकर खेती करते हैं तो इस स्कीम का लाभ आपको नहीं मिलेगा।, 10.पिछले वित्त वर्ष में आयकर भरने वाले। 11. रजिस्ट्रेशन फॉर्म में जानबूझकर गलती करने वालों को भी इस स्कीम का लाभ नहीं मिलता है।
बड़ी संख्या में आयकरदाता भी उठा रहे थे स्कीम का लाभ
उत्तर प्रदेश में 2.34 लाख ऐसे लाभार्थियों को चिह्नित किया गया है, जो आयकरदाता हैं। वहीं, 32,300 ऐसे खातों में भी स्कीम के तहत किस्त जा रही थी, जिनकी मौत हो चुकी है। दूसरी ओर, 3,86,000 लोग फर्जी आधार के जरिए इस स्कीम का लाभ उठा रहे थे। 57,900 ऐसे किसान हैं, जिन्हें अन्य वजहों से अपात्र करार दिया गया है।यह भी पढ़ेंदिल्ली और मुंबई के लिए इस रूट से शुरू होगी फ्लाइट, यात्रियों को होगी आसानीआने वाली है PM Kisan की नौवीं किस्त PM Kisan Samman Nidhi: केंद्र सरकार हर वित्त वर्ष में पात्र किसानों के बैंक खातों में PM Kisan Yojana के तहत कुल छह हजार रुपये की रकम भेजती है।
यह धनराशि तीन इंस्टॉलमेंट में किसानों के अकाउंट में भेजी जाती है।
सरकार अप्रैल से जुलाई के मध्य पहली, अगस्त से नवंबर के बीच दूसरी और दिसंबर से मार्च के बीच तीसरी किस्त किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती है। सरकार वित्त वर्ष 2021-22 की पहली किस्त मई में किसानों के खाते में भेज चुकी है। इस लिहाज से देखा जाए तो सरकार अगस्त से लेकर नवंबर के बीच कभी भी इस वित्त वर्ष की दूसरी किस्त किसानों के खातों में भेज सकती है।