एक टक्कर और चली गई 40 लोगो की जान, टक्कर के बाद आग का गोला बनी बस
शुक्रवार का दिन कन्नौज जिले के काला साबित हुआ है। प्राइवेट बस से अपनों के साथ घर से निकले लोगों को शायद ही मालूम होगा कि उनका यह आखिरी सफर है। रात करीब साढ़े आठ बजे हुए इस हादसे ने पूरे जिले व प्रदेश को झकझोर दिया। आग की लपटों में घिरे लोगों के लिए आसपास के ग्रामीण मौत की घड़ी में किसी भगवान से कम नहीं रहे।

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में शुक्रवार रात को हुए एक भीषण सड़क हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए. जयपुर के लिए जा रही डबल डेकर बस हाइवे पर ट्रक से टकरा गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई और फिर बस का यह सफर मौत का सफर बना गया.
हादसे में आसपास के ग्रामीणों की मानवता से कई को जिंदगी मिल गई। तत्काल राहत कार्य में जुट जाने से फंसे लोग हौसला कर बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। कुछ सवारी आग के गोलों में घिरने के बाद नहीं निकल सकीं। बस के आग में घिर जाने के बाद हुए विस्फोट के बाद ग्रामीण पीछे हट गए। एक घंटे के बाद दमकल पहुंचने पर सैकड़ों लोग दोबारा राहत कार्य में जुटे, जिसके कारण कई लोगों की जान बच गई। दमकल ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
दरअसल, बस कन्नौज के गुरसहायगंज से जयपुर जा रही थी. कन्नौज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बस में करीब 43 लोग सवार थे. कन्नौज के जीटी रोड हाइवे पर बस और ट्रक में टक्कर हो गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई. बस में आग लगने के बाद यात्री भाग नहीं पाए.
घटना शुक्रवार रात 9.30 बजे की है. मामले में प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस पूरी तरह से यात्रियों से भरी हुई थी. बस में आग लगने के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लोगों ने बस से निकलने की कोशिश की. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बस में 60 से ज्यादा लोग सवार थे और बस पूरी तरह से भरी हुई थी. हालांकि बस से सिर्फ 10-12 लोग ही उतरने में कामयाब हो सके और बाकी लोग बस में ही फंस गए.
आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि शव काफी अधिक जल गए हैं. उनकी हड्डियां बिखरी हुई हैं. उन्होंने कहा कि कितने लोगों की मौत हुई है, अब केवल डीएनए टेस्ट के बाद ही यह बताया जा सकेगा. आईजी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि बस में 8 से 10 लोगों के शव हैं, लेकिन बस को काफी व्यापक नुकसान हुआ है.
आर्थिक सहायता का एलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की और घायलों को पचास पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कीं.
कन्नौज के अग्निकांड में मारे गये लोगों के प्रति श्रद्धांजलि व परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) 11 January 2020
लोगों की जान बच भी सकती थी, अगर भाजपा सरकार संकीर्ण राजनीतिक सोच की वजह से सपा काल में बने फ़ायर स्टेशन को बंद नहीं करवाती, जो घटना स्थल से केवल 10 मिनट की दूरी पर बना था.
दुखद!